भारत में बाढ़: सिक्किम में 25 की मौत, 143 लोग लापता|| सिक्किम में 3 अक्टूबर को हुई बादल फटने के कारण
7 अक्टूबर 2023, नई दिल्ली: भारत के पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में 3 अक्टूबर को हुई बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। इनमें सेना के 7 जवान भी शामिल हैं। अभी भी 15 जवान समेत कुल 143 लोग लापता हैं, जिन्हें ढूंढने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।
बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए इलाके में गंगटोक, मंगन, पाकयोंग और उत्तर सिक्किम जिले शामिल हैं। गंगटोक में बाढ़ के कारण कई सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे शहर का संपर्क बाहरी दुनिया से टूट गया है।
बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। हजारों घर और व्यवसाय तबाह हो गए हैं। फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
भारत सरकार ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत और बचाव कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है।
- बाढ़ तीस्ता नदी और उसकी सहायक नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुई।
- सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र पूर्वी सिक्किम और उत्तरी सिक्किम जिले थे।
- बाढ़ के कारण हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए।
- बाढ़ ने बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया, जिसमें सड़कें, पुल और बिजली लाइनों शामिल हैं।
- भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना को बचाव और राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया था।
- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए सिक्किम सरकार को 1,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की।
- सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिक्किम में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राज्य सरकार ने 18 राहत शिविर स्थापित किए हैं। इन शिविरों में भोजन, आश्रय और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।
राहत शिविरों की सूची इस प्रकार है:
- पूर्वी सिक्किम:
- Singtam Senior Secondary School
- Bihari Bhawan
- Nepali Bhawan
- Sikkim Supreme
- दक्षिण सिक्किम:
- Namchi Senior Secondary School
- Soreng Senior Secondary School
- Melli Senior Secondary School
- उत्तरी सिक्किम:
- Chungthang Senior Secondary School
- Dikchu Senior Secondary School
- Mangan Senior Secondary School
राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए निम्नलिखित टोल-फ्री नंबर और वेबसाइट उपलब्ध हैं:
- टोल-फ्री नंबर: 1070
- वेबसाइट: https://www.sikkim.gov.in/
राहत शिविरों में रहने वाले लोग इन नंबरों और वेबसाइट के माध्यम से मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं।
राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए कुछ सुझाव:
- राहत शिविर के नियमों का पालन करें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- अन्य लोगों की मदद करें।
सिक्किम सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बाढ़ के कारण हुए नुकसान
बाढ़ के कारण सिक्किम में भारी नुकसान हुआ है। हजारों घर और व्यवसाय तबाह हो गए हैं। फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
- गंगटोक में बाढ़ के कारण कई सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे शहर का संपर्क बाहरी दुनिया से टूट गया है।
- मंगन जिले में बाढ़ के कारण एक पुल ढह गया, जिससे दो गांवों का संपर्क टूट गया।
- पाकयोंग जिले में बाढ़ के कारण एक नदी का मार्ग बदल गया, जिससे कई गांवों को खाली करना पड़ा।
- उत्तर सिक्किम जिले में बाढ़ के कारण एक गाँव पूरी तरह से तबाह हो गया।
राहत और बचाव कार्य
भारत सरकार और भारतीय सेना ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
- भारतीय सेना ने वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की मदद से कई लोगों को सुरक्षित निकाला है।
- सेना ने राहत सामग्री भी पहुंचाई है।
- भारत सरकार ने 100 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है।
बाढ़ की वजह
बाढ़ की वजह तेज बारिश और बादल फटना है।
- 3 अक्टूबर को सिक्किम में भारी बारिश हुई थी।
- बारिश के कारण एक पहाड़ पर बादल फट गया, जिससे अचानक आई बाढ़ से कई इलाकों में तबाही मच गई।
भविष्य की संभावनाएं
भारतीय मौसम विभाग ने सिक्किम में और भारी बारिश की चेतावनी दी है।
- मौसम विभाग ने कहा है कि सिक्किम में अगले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है।
- मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
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