दिल्ली-एनसीआर में 5.8 तीव्रता का भूकंप, 10 सेकेंड तक हिली धरती
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर 2023** : आज मंगलवार को दोपहर 2:54 बजे दिल्ली-एनसीआर में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटके दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों में महसूस किए गए। भूकंप के झटके करीब 10 सेकेंड तक महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के चमोली जिले में था। भूकंप का केंद्र दिल्ली से करीब 80 किलोमीटर दूर था।
भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। लोग घरों से बाहर निकल आए। कई बिल्डिंगों में दरारें आ गईं। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 रही। भूकंप का केंद्र दिल्ली से करीब 80 किलोमीटर दूर उत्तराखंड में था।
भूकंप के बाद दिल्ली सरकार ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भूकंप से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की जाए।
किन क्षेत्र में ज्यादा प्रभाव पड़ा और नुकसान
इस भूकंप से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, भूकंप के कारण कई बिल्डिंगों में दरारें आ गईं। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों में कई बिल्डिंगों को नुकसान पहुंचा है।
भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान उत्तराखंड के चमोली जिले में हुआ है। चमोली जिले में कई सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचा है। भूकंप से कुछ गांवों में भी बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है।
भूकंप से हुए नुकसान का आकलन अभी जारी है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि इस भूकंप से काफी नुकसान हुआ है।
यहां कुछ विशिष्ट उदाहरण दिए गए हैं कि भूकंप से हुए नुकसान के बारे में लिखा जा सकता है:
* **बिल्डिंगों को नुकसान:** कई बिल्डिंगों में दरारें आ गईं, कुछ को नुकसान पहुंचा और कुछ को पूरी तरह से नष्ट हो गया।
* **सड़कों और पुलों को नुकसान:** कई सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचा, जिससे आवागमन बाधित हुआ।
* **बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित:** भूकंप से कुछ गांवों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई।
* **सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान:** भूकंप से कई सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा, जैसे कि स्कूल, अस्पताल और सरकारी कार्यालय।
**भूकंप के कारणों पर जांच**
भूकंप के कारणों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। समिति में भूकंप विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है। समिति भूकंप के कारणों और इसके संभावित प्रभावों की जांच करेगी।
**भूकंप से बचाव के उपाय**
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जिससे बचना असंभव है। हालांकि, कुछ उपाय करके भूकंप से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। भूकंप से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं
* अपने घर को भूकंपरोधी बनाना।
* भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थान पर जाना।
* भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयार रहना।
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