6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव: भाजपा और विपक्षी दलों के लिए शक्ति परीक्षण
**8 सितंबर को नतीजों के बाद तस्वीर साफ होगी**
**5 सितंबर, 2023**
आज 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इनमें उत्तर प्रदेश की घोसी, उत्तराखंड की बागेश्वर, झारखंड की डुमरी, त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सानगर, और केरल की पुथुप्पाली सीट शामिल हैं। ये उपचुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों के लिए एक शक्ति परीक्षण के रूप में देखे जा रहे हैं।
**उत्तर प्रदेश:** उत्तर प्रदेश में घोसी सीट पर सबसे अधिक ध्यान केंद्रित है, क्योंकि यह सपा के पूर्व नेता दारा सिंह चौहान के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। चौहान ने हाल ही में सपा छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें बसपा के रमेश चंद्र, कांग्रेस के अखिलेश यादव, और सपा के प्रभुनाथ यादव के खिलाफ चुनाव लड़ना है।
**उत्तराखंड:** उत्तराखंड में बागेश्वर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक चंदन राम दास के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने उनके पत्नी पार्वती दास को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने बसंत कुमार को उतारा है।
**झारखंड:** झारखंड में डुमरी सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक विनोद साव के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने उनके बेटे आलोक साव को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने महेंद्र सिंह को उतारा है।
**त्रिपुरा:** त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सानगर सीटों पर उपचुनाव भाजपा और सीपीएम के बीच सीधा मुकाबला है। धनपुर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक रमेश कुमार दास के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है, जबकि बॉक्सानगर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक राजकुमार रॉय के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है।
**केरल:** केरल में पुथुप्पाली सीट पर उपचुनाव केरल कांग्रेस के पूर्व विधायक पी.सी. जॉन के निधन के कारण हो रहा है। केरल कांग्रेस ने उनके बेटे पी.सी. जॉन जूनियर को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने वी.पी. सुदर्शन को उतारा है।
**नतीजों के बाद तस्वीर साफ होगी**
इन उपचुनावों के नतीजों के बाद तस्वीर साफ होगी कि सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों की स्थिति क्या है। भाजपा इन सभी सीटों को जीतकर अपनी लोकप्रियता का दावा करना चाहेगी, जबकि विपक्षी दल भाजपा को चुनौती देना चाहेंगे।
**विपक्षी दलों को उम्मीद है कि वे इन उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।** कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, और वाम मोर्चा ने इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है और वे भाजपा को हराने की पूरी कोशिश करेंगे।
**इन उपचुनावों के नतीजे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और 2024 में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए भी अहम होंगे।** इन चुनावों के नतीजों से यह पता चल जाएगा कि जनता का रुझान किस ओर है।
0 Response to "6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव: भाजपा और विपक्षी दलों के लिए शक्ति परीक्षण"
एक टिप्पणी भेजें