Mutual Fund में पैसे कैसे लगाएं? | SIP Start करने का सही तरीका
सामग्री तालिका (TOC)
- एसआईपी शुरू करने से पहले जरूरी चीजें
- एसआईपी शुरू करने का लेटेस्ट प्रोसेस
- SIP कैलकुलेटर: अपने रिटर्न की गणना करें
- SIP रिटर्न चार्ट: निवेश और रिटर्न का अनुमान
- SIP के फायदे और टिप्स
- कैलकुलेशन का उदाहरण
- महत्वपूर्ण बिंदु (Key Points)
- अतिरिक्त जानकारी (More Info)
- SIP से संबंधित सामान्य सवाल (FAQ)
- निष्कर्ष
आज हम बात करने वाले हैं कि आप कैसे एक नई एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) शुरू कर सकते हैं। इस आर्टिकल में मैं आपको लेटेस्ट प्रोसेस स्टेप-बाय-स्टेप दिखाऊंगा, ताकि आप अपनी इन्वेस्टमेंट जर्नी को स्मार्ट तरीके से शुरू कर सकें। एसआईपी एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप मार्केट के उतार-चढ़ाव से काफी हद तक बच सकते हैं और अपनी वेल्थ को लॉन्ग टर्म में बढ़ा सकते हैं। इस गाइड में आपको SIP कैलकुलेटर, SIP रिटर्न चार्ट, FAQ, और सामग्री तालिका भी मिलेगा। तो चलिए, पूरा प्रोसेस समझते हैं!
एसआईपी शुरू करने से पहले जरूरी चीजें
एसआईपी शुरू करने से पहले कुछ बेसिक चीजें आपके पास होनी चाहिए:
- डिमैट अकाउंट: सबसे पहले आपके पास एक डिमैट अकाउंट होना चाहिए। आप इसे Zerodha, Groww, Upstox, या Angel One जैसे प्लेटफॉर्म पर आसानी से खोल सकते हैं। इनमें से ज्यादातर ऐप्स फ्री में अकाउंट ओपन करने की सुविधा देते हैं।
- KYC: आपकी KYC (Know Your Customer) पूरी होनी चाहिए। इसके लिए आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, और एक बैंक अकाउंट की जरूरत होगी।
- बैंक अकाउंट लिंक: आपका बैंक अकाउंट डिमैट अकाउंट से लिंक होना चाहिए, ताकि SIP की किस्तें ऑटोमैटिक कट सकें।
एसआईपी शुरू करने का लेटेस्ट प्रोसेस
मैं इस प्रोसेस को Angel One ऐप के जरिए दिखाने वाला हूं, लेकिन आप किसी भी प्लेटफॉर्म (जैसे Zerodha, Groww) का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रोसेस लगभग एक जैसा ही होता है।
- ऐप ओपन करें और म्यूचुअल फंड सेक्शन में जाएं
सबसे पहले Angel One ऐप को ओपन करें। होम स्क्रीन पर आपको "Mutual Funds" का ऑप्शन दिखेगा। उस पर क्लिक करें।
- यहाँ आपको कई सारे फंड्स दिखेंगे, जैसे ट्रेंडिंग फंड्स, नए फंड ऑफर (NFO), और हाई रिटर्न वाले फंड्स।
- उदाहरण के लिए, कुछ फंड्स पिछले 3 साल में 23%-26% रिटर्न दे रहे हैं। लेकिन ध्यान दें, मैं यहाँ किसी फंड की सिफारिश नहीं कर रहा हूँ। आपको अपने रिस्क प्रोफाइल और रिसर्च के आधार पर फंड चुनना है। - फंड चुनने से पहले रिसर्च करें
डायरेक्ट किसी फंड में इन्वेस्ट करने से पहले कुछ जरूरी चीजें चेक करें:
- पिछला परफॉर्मेंस: फंड ने पिछले 1, 3, या 5 साल में कितना रिटर्न दिया है। उदाहरण के लिए, अगर कोई फंड 3 साल में 23% रिटर्न दे रहा है, तो वो एक अच्छा संकेत हो सकता है। लेकिन पास्ट परफॉर्मेंस भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता।
- NAV (Net Asset Value): NAV फंड की प्रति यूनिट वैल्यू को दर्शाता है। हर दिन मार्केट बंद होने के बाद NAV अपडेट होती है। अगर आप दोपहर 3 बजे से पहले इन्वेस्ट करते हैं, तो उसी दिन की NAV पर आपको यूनिट्स अलॉट होंगी। रात 10 बजे तक NAV फाइनल होती है।
- एक्सपेंस रेशियो: यह फंड को मैनेज करने का चार्ज है। जितना कम हो, उतना अच्छा। आमतौर पर 0.5%-2% के बीच होता है।
- एग्जिट लोड: कुछ फंड्स में अगर आप 1 साल से पहले पैसे निकालते हैं, तो 1% एग्जिट लोड लग सकता है। 1 साल बाद यह चार्ज नहीं लगता।
- लॉक-इन पीरियड: चेक करें कि फंड में कोई लॉक-इन पीरियड तो नहीं है। ज्यादातर ओपन-एंडेड फंड्स में लॉक-इन नहीं होता।
- रिस्क रेशियो: यह फंड की रिस्क लेवल को दर्शाता है। हाई रिटर्न वाले फंड्स में रिस्क रेशियो ज्यादा हो सकता है।
- फंड मैनेजर का अनुभव: फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड और अनुभव देखें। एक अनुभवी मैनेजर बेहतर डिसीजन ले सकता है।
- होल्डिंग्स: फंड कहाँ-कहाँ इन्वेस्ट करता है? उदाहरण के लिए, कुछ फंड्स टॉप सेक्टर्स जैसे IT, फाइनेंशियल सर्विसेस, या हेल्थकेयर में इन्वेस्ट करते हैं। टॉप होल्डिंग्स चेक करें।
आप इन डिटेल्स को ऐप में फंड के "Details" सेक्शन में देख सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप "HDFC Small Cap Fund" चुनते हैं, तो आपको उसकी उम्र (जैसे 17 साल), AUM (Assets Under Management), और सेक्टर-वाइज होल्डिंग्स की जानकारी मिलेगी। - फंड सर्च करें
अगर आप स्पेसिफिक फंड ढूंढना चाहते हैं, तो सर्च बार में टाइप करें। जैसे:
- "Small Cap Mutual Fund" या "HDFC Mutual Fund"।
- यहाँ आपको कई ऑप्शन्स मिलेंगे, जैसे HDFC Small Cap, Nippon India Small Cap, आदि।
- हर फंड की डिटेल्स चेक करें, जैसे उसकी उम्र, AUM, और रिस्क रेशियो। - SIP अमाउंट और डेट चुनें
फंड चुनने के बाद "Invest Now" पर क्लिक करें। यहाँ आपको दो ऑप्शन्स मिलेंगे:
- One-Time Investment: अगर आप एकमुश्त राशि इन्वेस्ट करना चाहते हैं।
- SIP: मंथली इन्वेस्टमेंट के लिए।
SIP चुनें और अमाउंट डालें। मिनिमम SIP अमाउंट ज्यादातर फंड्स में ₹100 से शुरू होता है। उदाहरण के लिए, मैं ₹1000 मंथली SIP चुनता हूँ।
- डेट चुनें: SIP की डेट सेट करें। सलाह है कि सैलरी आने के 2-3 दिन बाद की डेट चुनें, जैसे 5 तारीख या 25 तारीख। मैं यहाँ 25 तारीख चुनता हूँ।
- पहला पेमेंट तुरंत कटेगा, और अगला पेमेंट अगले महीने की चुनी हुई डेट (जैसे 25 जून) को कटेगा। - पेमेंट करें और SIP शुरू करें
- पेमेंट के लिए आपको ऑटो-पे सेट करना होगा। पहला पेमेंट मैन्युअली करना होगा, जैसे UPI (Google Pay, PhonePe), नेट बैंकिंग, या डेबिट कार्ड से।
- पहला पेमेंट करने के बाद ऑटो-पे इनेबल करें, ताकि अगले महीने से पेमेंट ऑटोमैटिक कट जाए।
- "Confirm & Start SIP" पर क्लिक करें। आपकी SIP सक्सेसफुली प्लेस हो जाएगी।
- SIP प्रोसेस होने में 1-2 दिन लग सकते हैं। यह एक्सचेंज (जैसे BSE/NSE) से अप्रूव होने के बाद आपके पोर्टफोलियो में अपडेट होगी। उदाहरण के लिए, अगर मैं आज SIP शुरू करता हूँ, तो 14 मई तक यह पोर्टफोलियो में दिखेगी। - SIP मैनेज करें
- स्टेटस चेक करें: "Orders" सेक्शन में जाकर अपनी SIP का स्टेटस देख सकते हैं।
- पोर्टफोलियो देखें: "Portfolio" सेक्शन में आपकी सारी इन्वेस्टमेंट्स दिखेंगी। यहाँ से आप रिटर्न्स चेक कर सकते हैं।
- SIP मॉडिफाई करें: अगर आप SIP अमाउंट बढ़ाना, स्किप करना, या कैंसिल करना चाहते हैं, तो "SIP" टैब में जाकर चेंजेस कर सकते हैं।
- Withdraw: अगर आपको पैसे निकालने हैं, तो "Portfolio" से फंड सेल कर सकते हैं। ध्यान दें, 1 साल से पहले निकालने पर 1% एग्जिट लोड लग सकता है।
SIP कैलकुलेटर: अपने रिटर्न की गणना करें
SIP रिटर्न चार्ट: निवेश और रिटर्न का अनुमान
नीचे दिए गए चार्ट में आप देख सकते हैं कि अलग-अलग मासिक निवेश राशि (₹1000, ₹5000, ₹10000) के लिए 5 साल और 10 साल में कितना रिटर्न मिल सकता है। यह चार्ट 12% वार्षिक रिटर्न के आधार पर बनाया गया है।
SIP के फायदे और टिप्स
छोटी शुरुआत
आप ₹100 से भी SIP शुरू कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए अच्छा है जो इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करना चाहते हैं।
रुपी कॉस्ट एवरेजिंग
SIP के जरिए आप मार्केट के उतार-चढ़ाव से बच सकते हैं। जब मार्केट नीचे जाता है, तो आपको ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, और जब मार्केट ऊपर जाता है, तो आपकी वैल्यू बढ़ती है।
लॉन्ग-टर्म वेल्थ
उदाहरण के लिए, अगर आप ₹5000 मंथली SIP 5 साल तक करते हैं और 12% रिटर्न मिलता है, तो आपका इन्वेस्टमेंट (₹3 लाख) करीब ₹4.1 लाख हो सकता है। 10 साल में यह ₹6.9 लाख तक पहुँच सकता है।
गोल्ड ETF में SIP
अगर आप गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो ETF (Exchange Traded Fund) के जरिए SIP कर सकते हैं। इससे आपको फिजिकल गोल्ड खरीदने के चार्जेस (जैसे मेकिंग चार्ज) बचते हैं।
टैक्स बेनिफिट
कुछ फंड्स (जैसे ELSS) में SIP करने पर आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिल सकती है। लेकिन 1 साल से पहले निकालने पर ज्यादा टैक
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